का सिद्धांत विद्युत जल पंप है: मोटर की गोलाकार गति डायाफ्राम को अंदर बनाती है केन्द्रापसारक जल पंप यांत्रिक उपकरण के माध्यम से पारस्परिक क्रिया करें, जिससे पंप कक्ष (निश्चित मात्रा) में हवा संपीड़ित और खिंचे। आउटलेट पर सकारात्मक दबाव बनता है और वन-वे वाल्व की कार्रवाई के तहत इनलेट पर एक वैक्यूम बनता है, जिससे बाहरी वायुमंडलीय दबाव के साथ दबाव में अंतर पैदा होता है। दबाव के अंतर ने पानी को इनलेट में और आउटलेट से निकास के लिए मजबूर कर दिया। मोटर ऊर्जा के तहत पानी लगातार अंदर और बाहर होता रहता है, जिससे अपेक्षाकृत स्थिर प्रवाह दर बनती है।